खेलबिहार न्यूज़
पटना 29 मई: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन कि बीते गुरुवार(28 मई) को कमिटी ऑफ मैनेजमेंट कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुए जिसमे बहुत से निर्णय हुए लेकिन अध्यक्ष महोदय का ध्यान एक बार फिर उन लाचार और बेबस खिलाड़ियों,कोच , फिजीयो, अम्पायर, टेनर ,सलेक्टर, पिच क्यूरेटर, ऑफिस स्टाफ़ ,बीसीए के अन्य स्टाफ़ पर नही गया।।
अध्यक्ष महोदय शायद यह नही जानते है कि इस 3 महीने से ऊपर के लॉकडाउन में इन सभी का क्या हाल हो चुका है,इनलोगों का घर उनके काम से हि चलता है और जब उन्हें उनके काम का पैसा नही मिलेगा तो घर कैसे चलेगा।।
खेलबिहार कि कई बीसीए के लिए पिछले सीजन व इस सीजन में काम करने वाले से बात हुए सभी अपना बुरा हाल सुना रहे है कैसे इस लॉक डाउन में उनका जीना मुश्किल हो रखा है फिर भी यह लोग एक आस लगये थे कि इस बैठक में पेमेंट कि चर्चा होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ।।
अध्यक्ष महोदय को एक बार इनकी हालत को जरूर समझना चाहिए सभी लोग अच्छे घर से नही है कुछ पर तो कर्ज़ आ गया है इस लॉक डाउन में और उसे आस है कि बीसीए के लिए जो काम किए है उसका पैसा मिलेगा तो उस कर्ज को उतार देंगे। इस लॉक डाउन ने मध्य वर्ग के परिवार कि चिंताए बड़ा दी है कुछ को एसोसिएशन ही सहारा था या किसी टूर्नामेंट में काम मिल जाने से घर चल जाता था अब उनका बुरा हाल है।।
यह लोग आपके एसोसिएशन के लिए हि काम करते है और इनके काम से हि जो आयोजन मैचों के पूर्ण हो पाता है या आफिस की काम हो पाते है अगर अभी इनलोगों को उनके काम के बदले पेमेंट नही मिलेगा तो कैसे और क्यो एसोसिएशन के लिए काम करेगा कोई।।