Home Bihar बीसीए जिला संघ के प्रतिनिधि नही बल्की बीसीए अध्यक्ष के तोते हैं संजय सिंह: मो अरसद जेन

बीसीए जिला संघ के प्रतिनिधि नही बल्की बीसीए अध्यक्ष के तोते हैं संजय सिंह: मो अरसद जेन

by Khelbihar.com

खेलबिहार न्यूज़

पटना 12 जुलाई: सीएबी के मो.अरसद जेन ने लगातार संजय सिंह द्वारा अध्यक्ष के पक्ष में दिए बयान के बाद संजय सिंह से कई सवाल किए है तथा बीसीए के कार्य के बारे में भी प्रेस विज्ञप्ति से बताया है।

मो.जेन ने लिखा है” मै बीसीए और बिहार क्रिकेट से जुड़े कुछ सवाल उठा रहा हुं और इसका जवाब सही तर्कों के साथ कोई दे सके तो दे नही तो जैसे पहले भी जवाब नही मिला वैसे अब भी नही मिलने वाला है।

पहली बात बीसीए जिला क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि संजय सिंह के बारे मे संजय सिंह जिला संघ के लिए आवाज़ उठाने के लिए पद पर हैं की अपने उपर कार्यवाही न हो इसलिए बीसीए अध्यक्ष के तोंते की तरह जो अध्यक्ष बोलते हैं वही बोलने का काम बस इनके पास रह गया है।

संजय सिंह बोल रहे हैं अध्यक्ष ये सोंचते हैं वो सोंचते हैं, एसे खरना है वैसा करना है अरे संजय जी आप भी तो प्रत्येक जिला संघ को 25-25 हजार बाँटने वाले थे कहाँ गये वो पैसे जिला संघ ने आपके पैसे लेने से इंकार कर दिया था तो क्यो नह बिहार क्रिकेट से जुड़े अम्पायरों, ग्राउंड स्टाफों और लेबरों में बाँट दिया या वो पैसे अध्यक्ष जी चंदा करके लाए थे और जिला क्रिकेट संघ को घुस के तौर पर बाँटने का काम आपको दिया गया था जो नही हो पाया तो पैसे हड़प कर लिए ।बीसीसीआई का नाम लेकर जो झुठ छपवाते हैं तो बताओ एक दो सबुत के तौर पर लेटर ही दे दिया करे।

जिस बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी को क्रिकेट का एबीसीडी नही आता है वही बिहार क्रिकेट का विकास करने निकल पड़े हैं और उनके सिपहसालार मे संजय सिंह जैसे मतलबी लोग हैं जिनके उपर बीसीए अध्यक्ष ने पैसे लेकर बाहरी खिलाड़ियों को बिहार टीम मे चयन का आरोप लगाया था और एफआईआर तक की बात लिखित रुप से बीसीए सचिव को मेल की थी.

बीसीए के वर्तमान अध्यक्ष राकेश तिवारी और उनके लोग बिहार के क्रिकेट तथा क्रिकेटरों का क्या विकास करेंगे जो लोग बीसीसीआई से बिहार क्रिकेट के विटास के लिए पैसे का बंदरबांट करने मे लगे हैं बीसीसीआई के 11 करोड़ को लुटने के लिए अध्यक्ष और सचिव के गुट लड़ रहे हैं।।

बीसीसीआई से मिले 11 करोड़ का क्या हुआ..??

अभीतक खिलाड़ियों का भुगतान रुका हुआ है।अभीतक अंपायरों का भुगतान रुका हुआ है।अभी तक कोच , मैनेजर, फिजियो और ट्रेनर का भुगतान नही हुआ है।अभीतक पिच क्युरेटरों का बकाया नही दिया गया है।तो पैसे का हो क्या रहा है..??वो भी सुनिये:-एक लाख प्रत्येक महिने लोकपाल को भुगतान करना था अध्यक्ष राकेश तिवारी ने नया लोकपाल बहाल करके तीन लाख प्रत्येक महिने कर दिया और तीन महिने का 9 लाख भुगतान भी कर दिया

बीसीए का ऑफिस 25 हजार महिने पर था , नया ऑफिस 85 हजार महिने पर लिया है और एक विश्राम गृह 25 हजार महिने पर अलग से लिया है बीसीए के नाम पर।

12-15 स्टॉफ तथा पदाधिकारी अध्यक्ष राकेश तिवारी ने एसे न्युक्त किये हैं जो बीसीए मे उनकी बात मानते हैं और सबकी मोटी तंख्वाह है कोई 25 हजार तो कोई 50 हजार प्रत्येक माह।एक नया ड्रामा चला है के बीसीए पदाधिकारी नीजी सचिव , प्रवक्ता इत्यादि रखने लगे हैं किनको एक-दो लाख का भुगतान करके मोटी कमाई हो रही है।

अब बात विकास की और स्टेडियम बनाने की तो विकास आप समझ ही गये होंगे जो अभी बीसीसीआई से मिले 11 करोड़ के बंदरबांट की मैने उपर देदी कैसे और किसका विकास हो रहा है ।

अब बात स्टेडियम निर्माण की जिस मे पाँच जिलों का नाम लिया गया है और सब से पहला गोपालगंज जिले का नाम है 15 करोड़ की लागत से उर्जा स्टेडियम की तरह (जहाँ रणजी मैच नही हो सकता) ही गोपालगंज मे बीसीए का एक स्टेडियम बनाएंगे। सोंचने की बात है बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी का गृह जिला है गोपालगंज 15 करोड़ खर्च करके स्टेडियम बनाने के पीछे सोंच क्या है… 15 करोड़ का काम अपने हाँथो करवाने की लालसा रखते हैं।

गोपालगंज मे जो ये राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने की बात कर रहे हैं तो सब से पहले गोपालगंज की भौगोलिक स्थिति पर भी सोंच लेते गोपालगंज बिहार का एक एसा जिला है जो बिहार के सब से ज्यादा बाढ़ग्रसित क्षेत्र की श्रेणी मे आता है गोपालगंज मे 200 से ज्यादा गाँव तो बरसात मे डुब जाते हैं और 90% क्षेत्र जलमग्न रहता है और क्रिकेट की बात करें तो क्रिकेट का समय भी बरसात के अंत से शुरु हो जाता है तो बताएं के किस सोंच के हिसाब से गोपालगंज मे 15 करोड़ के स्टेडियम निर्माण कराने की बात बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी अपने पोपट संजय सिंह द्वारा फैलाकर लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।

अब बीसीसीआई मे बीसीए अध्यक्ष या किसी और पदाधिकारी की जान पहचान की बात:
सुत्रों से पता चला है की बिहार मे बीसीए ने जितने होटल, ट्रांसपोर्ट, रेस्टोरेंट और कैट्रींग वालों का भुगतान अभी तक नही किया था सब ने बीसीसीआई को ईमेल द्वारा भुगतान करने की माँग की है जिस के फलस्वरूप बीसीसीआई की 17 जुलाई को होने वाली बैठक मे बीसीसीआई अध्यक्ष, सचिव तथा कोषाध्यक्ष ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और बिहार मे हो रहे गलत कामो पर चर्चा की बात रखी है इस से साफ पता चलता है की कुछ तो बात होगी और कुछ कार्यवाई भी होगी बीसीए पर। और यहाँ बीसीए अध्यक्ष के संजय सिंह कह रहे के बीसीसीआई अध्यक्ष ने ये कहा वो कहा।

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