मुंबई 10 नवंबर: विश्व कप के दौरान जसप्रीत बुमराह और गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खिलाडियों को आराम देने को लेकर बात कही थी। यह बयान बीसीसीआई को ठीक नही लगा और बोर्ड ने इसको लेकर अपना जवाब दिया है।

उन्होंने कहा है कि आईपीएल 2021 खेलने के लिए किसी ने जबरदस्ती नहीं की थी। जिन्हें आराम चाहिए था, वो आराम ले सकते थे।आईसीसी टी-20 विश्व कप में भारत के ग्रुप स्टेज से ही बाहर होने पर काफी आलोचना हो रही है।

स्पोर्ट्स वेबसाइट इनसाइड स्पोर्ट्स से बातचीत में बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आईपीएल खेलने के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाता है। अगर किसी खिलाड़ी को लगता था कि टी-20 विश्व कप ज्यादा महत्वपूर्ण है तो उसे आईपीएल से अपना नाम वापस लेने की इजाजत थी। हम उन्हें हर सुविधा मुहैया करवाते हैं। इतना ही नहीं परिवार को भी साथ रखने की इजाजत दी। हम सभी कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं।

अधिकारी ने आगे कहा कि” पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार का कारण थकान नहीं था। अगर आप आईपीएल और टी-20 विश्व कप के शेड्यूल को देखें तो पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले खिलाड़ियों को एक हफ्ते का ब्रेक मिला था। 15 अक्तूबर को हुए आईपीएल फाइनल में कुछ ही भारतीय खिलाड़ी खेल रहे थे। ज्यादातर खिलाड़ी उससे पहले ही बाहर हो चुके थे। उन सब को काफी समय मिला था।

अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के बाद न्यूजीलैंड मैच से भी पहले खिलाड़ियों को सात दिन का ब्रेक मिला। ऐसे में थकान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भारतीय खिलाड़ियों के पास आराम का पूरा समय था। अगर आप श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमों की बात करें तो वो तो लगातार क्रिकेट खेल रही हैं। वर्कलोड को मैनेज करना हमारी प्राथमिकता रही है और आने वाले समय में हम कई महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं।

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