पटना 9 जनवरी: भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह इंडिपेंडेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार (आईसीपीपीसीबी) के संरक्षक बनाये गए हैं। यह जानकारी आईसीपीपीसीबी के उपाध्यक्ष तथा पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अजीत कुमार शुक्ला द्वारा प्रेस विज्ञप्ति कर दी गई है।

श्री शुक्ला ने बताया कि इंडिपेंडेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार (आईसीपीपीसीबी) के पदाधिकारियों द्वारा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह से संरक्षक बन कर बिहार के उदीयमान क्रिकेटरों का मार्गदर्शन करने हेतू अनुरोध किया गया था जिसे डॉ सिंह ने अपनी स्वीकृति प्रदान की है।

उन्होंने कहा कि लगातार बिहार क्रिकेट के बदलते हालात, प्रतिदिन राज्य के क्रिकेटरों से मिल रही शिकायतें और विभिन्न आयु वर्ग की टीमों के चयन में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार की खबरों से बिहार की हो रही जगहसाई को देखते हुए डॉ सिंह से राज्य हित में आगे आकर पहल करने की मांग लगातार हो रही थी जिसके समीक्षोपरांत उनके द्वारा संरक्षक बनने का निर्णय लिया गया।

श्री शुक्ला ने कहा कि डॉ सिंह खरमास के बाद बिहार के माननीय मीडिया बंधुओं से रू-ब-रू होकर बिहार क्रिकेट के हालात पर चर्चा करेंगे और निराकरण के रास्ते ढ़ूढ़ कर बिहार को क्रिकेट के मामले में प्रगति के पथ पर अग्रसर करेंगे। इसके साथ ही श्री शुक्ला ने बताया कि सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह की देखरेख में बिहार का नाम राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने वाले मनीषी के नाम पर राज्यस्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जायेगा।

इंडिपेंडेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार के अध्यक्ष सुनील दत्त मिश्रा ने भारत सरकार के पूर्व मंत्री तथा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह के काउंसिल का संरक्षक बनने पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ सिंह के संरक्षक बनने से बिहार के उदीयमान एवं गरीब खिलाड़ियों को न्याय मिलेगा और खिलाड़ियों के परफॉरमेंस का आदर व आकलन करते हुए उन्हें बिहार की टीम में जगह प्राप्त करने में मदद मिलेगी। श्री मिश्रा ने कहा कि डॉ. सिंह से मेरा बचपन से लेकर अभी तक आत्मीय संबंध रहा है और बड़े भाई के रूप में काउंसिल को भी उनका मार्गदर्शन निश्चित रूप से मिलेगा।

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