पटना : जिले में क्रिकेट को बाधित करने वाले खुशी मनाते है तो मनाए लेकिन हम क्रिकेट के हितमें काम करते रहेंगे। यह कहना है पटना जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर का।

दरअसल बता दें कि बिहार क्रिकेट संघ के लोकपाल के द्वारा शनिवार को पटना जिला क्रिकेट संघ से संबंधित एक आदेश पारित किया गया। इस आदेश के आलोक में अवैध संस्था द्वारा पीडीसीए अध्यक्ष के उपर गंभीर आरोप लगाया गया। इसके जवाब में पीडीसीए अध्यक्ष ने कहा कि इस आदेश में खुश होकर क्रिकेट को बाधित करने वाले एवं पिछले एक भी एजीएम आहूत नहीं करने वालें लोगों को खुश नहीं होना चाहिए।

माननीय लोकपाल ने अपने आदेश में स्पष्ट लिखा है कि दिनांक 31.10.2021 के चुनाव के पहले 13.07.2008 को पीडीसीए के सीओएम के पदाधिकारियों व कार्यसमिति के सदस्यों का चुनाव सिर्फ दो वर्षों के अवधि के लिए हुआ था। इसकी अवधि 12.07.2010 को समाप्त हो गई। इसके बाद पीडीसीए के सीओएम ने जो निर्णय लिया वो सब अवैधानिक करार दिया। यानि 2008 के कमेटी को समाप्त कर दिया गया।

हमारी कमेटी ने लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण सदस्यों के मांग पर एसजीएम बुलाकर एजीएम में 13 वर्षों से लंबित चुनाव कराने के लिए हमें अधिकृत किया। 31 अक्टूबर 2021 को माननीय उच्च न्यायालय में केस वापसी के बाद चुनाव संपन्न कराया गया। लोकपाल के द्वारा दिए गए आदेश पर हमारी लीगल टीम गहण अध्ययन के पश्चात जो भी सलाह देगी। उसपर अमल किया जाएगा।

यदि न्यायालय में समाधान कराना होगा तो हम कोर्ट के शरण में जाएंगे। हालांकि इस बीच खिलाड़ियों के हित में जो भी सकारात्मक कार्य करना होगा वह हम करते रहेंगे। हमने विपरीत परिस्थितियों में भी जूनियर व सीनियर डिवीजन लीग कराए। जो अब समाप्ति की ओर है। ऐसा लंबे अंतराल के बाद हो रहा है की लीग पूर्ण रुप से सफलतापूर्वक संपन्न हो रहा है बिना किसी विवाद के। पीडीसीए खिलाड़ियों के हित में कार्य पूरी तन्मयता से करता रहेगा।

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