पटना 26 मई: बिहार क्रिकेट जगत में कुछ दिनों से चर्चाओं महौल गर्म है।कभी बीसीए के सचिव गुट से तो कभी अध्यक्ष गुट से कुछ ऐसे कदम उठाया जा रहा है जिससे कुछ लोगो को ठीक नही लग रहा है पर खिलाड़ियों की हित एवं क्रिकेट के विकास को लेकर भी थोड़ा सोचे तो बेहतर होता।

इस बीच सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने खेलबिहार से एक बयान जारी कर बिहार के खिलाड़ियों एवं क्रिकेट प्रेमीयों को यह भरोसा दिया है कि बिहार क्रिकेट के हित के लिए सीएबी हर समय हर मोर्चा पर खड़ा है ।

उन्होंने कहा” बिहार क्रिकेट संघ के पदाधिकारीयों को हम निवेदन कर रहे है कि बिहार क्रिकेट के विकास के लिए सोचे कुर्सी समय समय पर बदलती रहती है संस्था बरगद के पेड़ की तरह खड़ी रहती है इसलिए व्यक्तिगत स्वार्थ से उपर उठ कर संस्था के विकास के लिए काम करे । मै तन मन से बिहार क्रिकेट के हित के लिए काम करने को तत्पर हु जो भी जिम्मेवारी सीएबी को मिलती है हम निभाने के लिए तैयार है ।

प्रेम रंजन पटेल जी के अध्यक्षता मे बिहार क्रिकेट संघ के जिला क्रिकेट संघ ने अपने संबिधान के दायरे मे रह कर बीसीए के लिए जो भी हितकारी फैसला लिया है हम उसका समर्थन करते है । यह अत्यंत ही दुखद था कि बीसीसीआई के सहमति के बिना जिस प्रकार बिहार क्रिकेट लीग का आयोजन बीसीए अध्यक्ष ने अपने लोगो के साथ मिल कर करा दिया वह एक गलत निर्णय था ।

बीसीसीआई के साथ साथ बिहार क्रिकेट संघ के अपने संबिधान का भी घोर उलंघन था । पुरे विश्व क्रिकेट मे आईसीसी मे बीसीसीआई के इज्जत का भद पिट गया । बिहार क्रिकेट संघ के कारण आज कुछ लोग भले बीसीए अध्यक्ष के चाटुकारिता मे डींग हॉक रहे है वे सच्चाई से कोसो दुर है तीन दिनो के बाद हकीकत से रूबरू हो जाएगें ।

कल जिस प्रकार सोशल मीडिया मे बीसीसीआई के सचिव और उनके पिता जी देश के माननीय मंत्री जी के बारे मे लिखा गया वह एक गलत परम्परा की शुरुआत है सीएबी इसकी निंदा करता है । सीएबी बिहार के खिलाड़ियों की ओर से बीसीसीआई के सचिव जय शाह जी को अपना समर्थन देता है ।

अंत मे इतना ही कहना चाहता हूँ कि बीसीसीआई जल्द से जल्द बिहार क्रिकेट को पटरी पर लाने के लिए एक कठोर निर्णय ले और बिहार क्रिकेट के विकास मे गति प्रदान करे ।

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