दुबई 09 नवंबर: रवि शास्त्री टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर अपने आखिर मुकाबले के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) और क्रिकेट बोर्ड्स को आगाह किया है कि अगर खिलाड़ियों की मानसिक थकान पर ध्यान नहीं दिया तो इसका क्रिकेट पर बुरा असर पड़ सकता है।

आपको बता दे की भारतीय टीम पहले मुकाबले में पाकिस्तान और दुसरे में किवी टीम से हारने के कारण आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के सेमीफाइनल में क्वालीफाई नहीं कर पाई। टीम इंडिया के हेड कोच का मानना है कि पिछले 6 महीने से बायो-बबल में रहने के कारण टीम इंडिया के खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुके हैं।

रवि शास्त्री ने कहा” बायो-बबल में होने वाली मानसिक थकान के चलते आने वाले समय में शायद कई खिलाड़ी इंटरनेशनल मुकाबलों से नाम वापस लेने लगे। सोमवार को नामीबिया के खिलाफ खेले गए आखिरी मुकाबले में भारत को मिली 9 विकेट की जीत के बाद उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान यह बात कही।

शास्त्री ने कहा, “ मैं कोई बहाना नहीं बना रहा, लेकिन हम पिछले 6 महीने से बायो-बबल में रह रहे हैं। आईपीएल और वर्ल्ड कप में बीच में हमें ज्यादा समय मिलना चाहिए था। यह सभी खिलाड़ी इंसान है, ये पेट्रोल पर नहीं चलते।”

शास्त्री ने आगे कहा, “ भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो तीनों फॉर्मेट खेलते हैं, पिछले 24 महीनों में वह सिर्फ 25 दिन घर में रहे हैं। मुझे फर्क नहीं पड़ता की आप कौन हो, लेकिन अगर आपका नाम ब्रैडमैन है और आप बायो-बबल में हैं, तो आपकी औसत भी नीचे जाएगी। क्योंकि आप एक इंसान हैं। शास्त्री की विदाई के बाद अब राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के हेड कोच पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

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